अब से 68 साल पहले पंडित नेहरू और डॉ मुखर्जी के आने का उद्देश्य सांची में शासकीय खर्चे पर भगवान गौतम बुद्ध की अस्थियों को सुरक्षित रखने और सांची के स्तूप का पुनर्निर्माण करना था। यह कार्यक्रम तब बड़े जोर शोर से आयोजित हुआ था। इसके पीछे बड़ा कारण भारत की विदेश नीति था। बौद्ध धर्म तिब्बत, चीन, जापान, श्रीलंका, बर्मा, मलेशिया, थाईलैंड, कंबोडिया, विएतनाम और अनेक पूर्वी देशों में प्रचलित है।
यह तस्वीर मुझे अपनी नई आने वाली पुस्तक "मध्यप्रदेश में भाजपा का इतिहास" के शोध करने के दौरान मिली। इस तस्वीर में तत्कालीन वाणिज्य और उद्योग मंत्री डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी भाषण दे रहे हैं और पंडित जवाहरलाल नेहरू मंच पर बैठे हैं ।
उस जमाने में महात्मा बुद्ध से जुड़े सभी धार्मिक स्थलों और उनसे जुड़े प्रतीकों पर भारत सरकार बहुत गंभीरता से काम कर रही थी। ऐसा करने के पीछे उद्देश्य यह था की भगवान गौतम बुद्ध की विचारधारा के माध्यम से भारत की विदेश नीति तय हो। अर्थात भारत उन सभी मुल्कों के साथ अपने अच्छे संबंध सुनिश्चित कर सके जहां-जहां गौतम बुद्ध के अनुयायी गए थे और बौद्ध धर्म को फैलाया था।
हमारे देश का निर्माण ऐसे ही नहीं हुआ है। आज जिस मजबूत स्थिति में हम अपने देश को पाते हैं उसके पीछे बहुत ही सुनियोजित तरीके से उसकी रीति नीति और सिद्धांत तय किए गए थे ।
भारत की राष्ट्रीय नीतियां जब 1947 के बाद से बनना शुरू हुई थीं तब उसके पीछे भारत की हजारों साल की सभ्यता और संस्कृति के अनुभव और परंपराओं के साथ आधुनिक दृष्टिकोण भी था। साथ मे सभी राजनैतिक दलों और उनके विद्वान नेताओं के विमर्श भी शामिल थे।
क्या हम आज कल्पना कर सकते हैं कि शासक वर्ग विपक्षी दलों के प्रति इतनी ही उदारता बरतते हुए उनके विचारों और उनके संस्थागत दीर्घ अनुभवों को भारत की समस्याओं से निबटने की रीति-नीति में समायोजित करें।
सचमुच में पिछले 72 सालों में हम बहुत आगे निकल आये हैं।
इन सालों में सब से ज्यादा यदि कुछ राजनीति से समाप्त हुई है तो वह है "नैतिकता", और यदि सबसे ज्यादा कुछ बढ़ा है तो वह है "झूठ"।
भगवान गौतम बुद्ध के विचार आज बहुत प्रासंगिक हैं। मैं जहां से बैठ कर यह लिख रहा हूँ वहाँ से सांची मात्र 56 किलोमीटर है। लेकिन बुद्ध के विचार अब राजनीति से हजारों किलोमीटर दूर!!
नोट : लेखक वरिष्ठ पत्रकार और माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति हैं. यह पोस्ट छायाचित्र सहित उनके फेसबुक पेज से साभार ली गई है.
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