मेरी आवारगी

बेटी के नाम छठवीं पाती : तुम्हारी मुस्कान हर दर्द भुला देती है।
स्मृति शेष : बाबा आपसे विदा लेना सम्भव नहीं है...!!
बेटी के नाम पांचवीं पाती : तुम्हारे साथ बीता हर पल सुनहरा है।
बेटी के नाम चौथी पाती : तुम्हारा होना जीवन की सबसे खूबसूरत रंगत है।
बेटी के नाम तीसरी पाती : तुम्हारा रोना हमारी आँखों से छलकेगा
दिल्ली, अजनीबियत और मैट्रो
मुनिया के नाम दूसरी पाती : मैं तुम्हें प्रेम की मिल्कियत सौंप जाऊँगा
वास्तव में तुम बसन्त हो जीवन का
गांधी की हत्या : नवल शुक्ल
बेटी के नाम पहली पाती : तुम जिंदगी का शहद हो
तुम जिंदगी की सबसे खूबसूरत नेमत हो मुनिया
तुम थी तो...
तुम मेरा संबल हो भैया : जन्म दिन की ढेरों शुभकामनाएं
भोपाल यारानों के लिए शुक्रिया मेरी जान
बाबा चलती-फिरती पाठशाला हैं
मैं तुम्हारे प्रेम और स्नेह का सदा ऋणी रहूँगा
अम्मा की रसोई में प्यार पकता है...!