मेरी आवारगी

हौसलों की उड़ान

औरंगाबाद में हाल ही में हुए विकलांग विद्यार्थियों के सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देखकर दर्शक मौन रह गये. वाकई प्रतिभा तो बस प्रतिभा होती है लाख बाधाओं से भी पार निकल जाती है. सूर्यकांत पाठक सर की कलम से कार्यक्रम  कवरेज।

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