बनारस से बहुत सारे चैनलों ने बहुत सारे इंटरव्यू किये। लेकिन बनारसियों के बेढब बयानबाजी के चलते बहुत सारी एडिटिंग भी करनी पड़ी । कुछ नमूने :
सवाल- आपका नाम?
जवाब- तोसे मतलब? नाम जान के आपन बाप के जमीन जायदाद हमरे नाम करबा का?
सवाल- आप करते क्या हैं?
जवाब- उ कविता सुनले हउवा-
अजगर करे न चाकरी, पंछी करे न काम....
और बनारसी काम करे लगी त हो जाई भइया झाम
सवाल- गलियों में इतनी गन्दगी क्यों है?
जवाब- देखा बनारसी आदमी क मानना हौ कि गल्ली गन्दा रहे चली...ई मीडिया के तरह दिमाग में नाहीं ।
सवाल- बनारस में लोग इतना पान क्यों खाते हैं?
जवाब- भो*** के, कोई तू लोग से पूछे कि साँस काहे लेते हो तो जवाब का देबा?
सवाल- बनारस के जाम के बारे में आपको क्या कहना है?
जवाब- इ तोहरे जैसन अंड बंड लोग जब न तब... मुँह उठा के बनारस चल आवलन त जाम न लगी त का होई?
सवाल- मोदी को वोट देंगे या अखिलेश को?
जवाब- आपन लं* के देब । तू लेबा ??
सवाल- बड़े बड़े लोग बनारस आ रहे हैं आपको कैसा लगता है?
जवाब- भो*** के सब बड़ा होइयन अपने गां* में.... बनारस में सब झां* बराबर हउवन ।
सवाल- आप कौन सा न्यूज़ चैनल देखते हैं
जवाब- हम शकल से बौड़हा लागिला? हियँ पंचा लपेट के बबवा क चिलम सूतइ के बाद हम खुद्दे बीबीसी हईं।
सवाल- बनारस क्या है?
जवाब- बोलना क त बहुत हौ बाकि एक त बनारस के समझे क तोहार औकात नाहीं हौ और दूसरा पान जमल हौ... जाए द मर्दे !
सवाल - आप मोदी से क्या कहना चाहते हैं ?
जवाब - हर हर महादेव
सवाल - और अखिलेश से ?
जवाब - हर हर महादेव
सवाल - और..
जवाब - भाग भो*** के...
साभार : वाया ट्विटर हैंडल ऑफ़ यशवंत देशमुख सी द लिंक https://twitter.com/YRDeshmukh/status/838466394895179776
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