जीवन का बस इतना ही हासिल है...अंत यही है। चिता की आग जीवनभर कमाई आभा के अलावा सब भस्म कर देती है। माँ गंगा किनारे प्रयागराज में नन्ना बब्बा को मुखाग्नि दी गई। अंतिम विदा बब्बा। ईश्वर आपकी आत्मा को स्वयं में एकाकार करे। मोक्ष प्रदान करे। ॐ शांति...ॐ शांति...ॐ शांति।
नोट : इस पोस्ट का मकसद बस इतना है कि जो सदस्य अंतिम दर्शनों से अछूते रह गए हैं, उन्हें निराश न होना पड़े।
0 Comments