वाकई अद्भुत था तुम्हारा प्रेम और तुम। तुम्हारा आना और जाना सब कुछ सहेजने जैसा है। बहुत नीरस हो जाता है जीवन उसे खोने के बाद जिसे पाना एक ख्वाब रहा हो, क्योंकि ख्वाब सब खूबसूरत ही देखते हैं और तुम तो सुनहरा वाला ख्वाब हो जीवन भर अपलक देखने जैसा। यकीनन कुछ तो है जिसे मैं समझा नहीं। तिलिस्म से भरा तुम्हारा सौंदर्य और रहस्य से सराबोर तुम सब कुछ बस अद्भुत है।
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