तुम लंच करती हो हम दुफारी
तुम डिनर लेती हो हम ब्यारी
तुमने दाल-चावल खाए हैं
हमरा दार-भात है खेवनहारी
तुम प्लेजर से बातें करती हो प्यारी
अपनी तो फटफटिया है सवारी
ये महज शब्दों का हेर-फेर नहीं है
इतनी ही अलग केमिस्ट्री है हमारी
अब कैसे करते एक नांव की सवारी
न मुन्ना न नहीं बन पाती इश्क में
एक भी सेल्फी हमारी-तुम्हारी
तुम डिनर लेती हो हम ब्यारी
तुमने दाल-चावल खाए हैं
हमरा दार-भात है खेवनहारी
तुम प्लेजर से बातें करती हो प्यारी
अपनी तो फटफटिया है सवारी
ये महज शब्दों का हेर-फेर नहीं है
इतनी ही अलग केमिस्ट्री है हमारी
अब कैसे करते एक नांव की सवारी
न मुन्ना न नहीं बन पाती इश्क में
एक भी सेल्फी हमारी-तुम्हारी
- लल्लन स्टाइल फर्जीवाड़ा
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