ये धुंधली तस्वीरें एमसीयू के दिनों की हैं। इस तस्वीर में हम सब लोग शायद किन्हीं सीनियर को सीऑफ करने हबीबगंज रेलवे स्टेशन गए थे। |
यह दूसरी तस्वीर सनसनी वाले श्रीवर्धन त्रिवेदी जी के साथ की है। जब बाबा उन्हें हमारे बीच लेकर आए थे। खूब बतकही हुई थी। त्रिवेदी जी ने सनसनी को लेकर कहा था कि ''यू लव मी आर हेट मी बट कांट इग्नोर मी'' |
आज पहला गोरखपुरिया Prashant वा का जन्म दिन है। इनकी पहली शादी की सालगिरह भी वेलेंटाइन डे के रोज 14 फरवरी को है, तो उसकी भी एडवांस में बधाई। हमारे 2007-09 एमसीयू बैच में एडीटिंग के महारथी माने वाले वर्मा जी की मुस्कान जितनी खूबसूरत है, ये खुद भी उतने ही प्यारे हैं।
हर फिक्र को ये बस इस एक फिकरे 'भक्क' से उड़ा देते हैं। इन्हें जितनी अच्छी समझ सिनेमा की है, उतनी ही संजीदगी से नृत्य की विधा में भी पारंगत हैं। इनका फेमस नगिनिया पोज हमारे फेसबुक के किसी न किसी अल्बम में छिटका पड़ा होगा। थोड़ा ढूंढने पर आपको मिल ही जाएगा। एमसीयू के समय जब Pushpendra Pal Singh बाबा किसी अवसर पर इनसे गाना गाने के लिए कहते तो ये ''हो पप्पे प्यार करके पछताया'' वाला गाना गाते थे। एमसीयू परिवार ने ढेरों दोस्त-यार दिए, लेकिन कुछ नगीने ऐसे हैं जो अपनी जिंदगी में हमेशा के लिए जड़ गए हैं। ये उन्हीं नगीनों में से एक हैं। इन्होंने अपनी फेसबुक प्रोफाइल से बर्थडे हटा दिया है, ताकि कोई विश न कर सके। यूँ भी इनका मन फेसबुक से आजकल उचाट हो गया है। अब ये इंस्टाग्राम में ज्यादा पाए जाते हैं। बहुत सुंदर-सुंदर तस्वीरें मोबाइल से कैद करते हैं और उन्हें पोस्ट करते रहते हैं।
सिनेमा को लेकर इनकी लिखी गई रपटें खूब पढ़ी जाती हैं। Tehelka Hindi तहलका हिंदी में रहते हुए इन्होंने दो बड़ी बेहतरीन रपट की थीं, जो इनके लेखकीय स्वभाव के एकदम विपरीत थीं। शायद इसीलिए मुझे आज भी याद हैं। एक तो गीता प्रेस गोरखपुर में काम कर रहे कर्मचारियों की विसंगति को लेकर ''गीता प्रेस में महाभारत'' शीर्षक से छपी थी और दूसरी उन दिनों हुई सर्राफा की देशव्यापी हड़ताल पर थी उसका हेडिंग बहुत आकर्षक था ''सौ सुनार की, एक सरकारी की ! " दोनों का लिंक कमेंट बॉक्स में चस्पा है।
काम को लेकर ये जितना संजीदा हैं, खाने-पीने को लेकर भी उतने ही शौकिया हैं। अच्छी बात यह है कि इन्होंने कोरोना काल में हुए लॉकडाउन के दौरान बहुत से व्यंजन बनाने सीख लिए हैं। तो भाई तुमने बीते समय हमारे हाथ का बहुत खाया है, नेता जी Dhiraj Rai और Sumit सुमित इसके गवाह रहे हैं। इसलिए अब हमको अपने हाथ का बना खिलाने के लिए तैयार रहना। हम पार्टी वहीं आकर लेंगे।
अपनी मुस्कान कायम रखना गोरखपुरिये। क्योंकि दुनिया में आँसू बहुत सस्ते हैं और हंसी बहुत महंगी है। तुम चाहते थे कि मैं कोई पोस्ट न करूं, लेकिन तुम ये भी जानते हो कि मैं अक्सर कहकर नहीं लिखकर ही बह पाता हूँ। इसलिए हैप्पी बर्थडे। जिंदगी जिंदाबाद। मस्त रहो। आबाद रहो। जल्द मिलेंगे। लव यू रहेगा यारा 💝
- 12 फरवरी 2021
© दीपक गौतम
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